hindi shayri
रविवार, 18 अगस्त 2013
ख्वाब
हासिल ना हुआ कुछ भी इस हिसाब मे
खाली लिफाफा भेजा है तुमने जबाब मे
करके गये थे वादा आओगे किसी दिन
ये कैसा तुम्हारा आना कि आये हो ख्वाब मे
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